हरे कृष्ण । भारत अर्थात #आर्यवर्त मनुष्य की उत्पत्ति का स्थान माना जाता है । अलग अलग इतिहासकारों ने इससे अलग अलग स्थान बताया है लेकिन #science और वेदों की माने तब यह स्थान कोई ऐसी जगह है जहाँ पानी हो पानी होगा तब बर्फ भी होगी । बर्फ हुई तो पहाड़ भी होंगे। पहाड़ हुवे तो जंगल भी होंगे । जंगल हुवा तब वह वह जगह है जो खूब हरी भरी है वहां पानी और सभी जीवन होने के तत्व प्रचूर मात्रा में होंगे । और पौराणिक भारत बहुत विशाल था । #अरावली ही सायद वह जगह है जहाँ आर्य / श्रेष्ठ मनुष्य ने धरती पर पहली बार अवतरण हुवा । जब पहली बार गीता सूर्यदेव को भगवान् ने सुनाई थी । उस के बाद यह त्रेता युग से पहले ही नष्ट हो गयी होगी । अर्थात स्मृतियों से भी । लोग हजारों देवो की पूजा खुद के उद्धार के लिए करने लग गए। जबकि गीता में सिर्फ एक परमात्मा की आराधना का ही उद्देश्य है । द्वापर युग इस धरती का स्वर्णिम युग है जब भगवान् सिर्फ धरती के लिए आये थे नाकि किसी अन्य उद्देश्य के लिए , अर्थात अपने भक्तों और धर्म की पुनः स्थापना के लिए । महाभारत के बाद यह कार्य हुवा भी । लेकिन भारत पर हमेशा आक्रमण होते रह
इस जगह आपको सत्य मिलेगा| जो भी जानकारी दी जाएगी वह प्रमाणित और वेदों के आधार पर होगी | वेद में ऋग्वेद और पुराणो में चौदह पुराण में सिर्फ यदुवंश के का ही गौरव है उसका कारण है यदु का पृथक होना और फिर इस वंश में परमेश्वर का जन्म | आप हमारी पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें और आपको अगर किसी टोपिक पर कुछ कहना है तो कमेंट करें| यदुवंश सौर्यगाथा की सभी जानकारी के लिये Subscribe करें _____वैदिक क्षत्रिय और यदुवंश इतिहास____